मोहब्बत एक कटी पतंग है जनाब, गिरती वही है जिसकी छत बड़ी होती है.
इश्क की पतंगे उडाना छोड़ दी वरना हर हसीनाओं की छत पर हमारे ही धागे होते.
मीठी बोली, मीठी जुबान, मकर संक्रांति पर यही है पैगाम मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं.